जोधपुर। पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक जन जागृति यात्रा दो अगस्त को जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभाग से निकाली जाएगी। इस जन जागृति यात्रा के ब्रोशर का विमोचन आज गांधी शांति प्रतिष्ठान में किया गया। साथ ही बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आयोजन को लेकर चर्चा की गई।
प्रकृति मानव केंद्रित जन आंदोलन की कार्य योजना एवं दायित्व विकेंद्रीकरण कार्यशाला में बोलते हुए कर्नल बलदेव सिंह मानव ने प्रकृति के प्रति गंभीर चिंता प्रकट की और महात्मा गांधी के विचारों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति मानव की घोर उपेक्षा के परिणाम मानव जाति पिछले कुछ वर्षों से भुगत रही हैं और 2030 तक ग्लोबल वार्मिंग नहीं, ग्लोबल बॉइलिंग का समय आ रहा है जब प्रकृति हमें गर्मी से पिघलाने को ओर बढ़ चुकी होगी। इस अवसर पर रॉबिन हुड आर्मी, नारायणपुरी यूथ सोसायटी, नैनजी फाउंडेशन, पर्यावरण प्रेरणा संस्थान, पवन पुत्र फाउंडेशन, आरएसएम इंटरनेशल स्कूल, मारवाड़ एंटरप्राइजेज, श्रीराम कॉलेज सहित कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पर्यावरणविद प्रदीप शर्मा, सीआर देपन, सुषमा चौहान गांधीवादी चिंतक डॉ भवेंद्र शरद जैन, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ बीएल जाखड़, कृष्णपाल सिंह, इकफाई वि वि से भूपेंद्र व अन्य पर्यावरण प्रेमी सुधि नागरिकों ने संगोष्ठी में भाग लिया। यह भी तय किया गया कि जागरूकता यात्रा 2 अगस्त को प्रस्थान करेगी जो रिफाइनरी क्षेत्र के आसपास के गांवों में लोगों को जागरूक करेगी और स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से पौधारोपण भी करेगी। इस दौरान 11 हजार पौधे लगाने और उनके संरक्षण का स्थानीय स्तर पर दायित्व सौंपते हुए यह जागरूकता यात्रा 15 अगस्त को देवगढ़ आगोलाई में प्रथम चरण में विराम लेगी और आगे की कार्य योजना पर विचार करेगी।