जोधपुर। युगप्रवर्तक नन्दकिशोर शारदा का जन्मोत्सव कबूतरों का चौक स्थित उनकी साधना स्थली सिद्धपीठ में हर्षोल्लास से मनाया गया।
कार्यक्रमों की कड़ी में पांचवी रोड स्थित नन्दकिशोर शारदा मार्ग का पट्टिका पूजन किया। इसके बाद सिद्धपीठ में जगतजननी मां त्रिपुरसुन्दरी का जाप किया। स्वागत उद्बोधन में संस्था की अध्यक्ष मधु आडवानी ने कहा मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेठ कृति है जिसे ईश्वर ने बुद्वि, विवेक एवं वाणी के रूप में अनमोल उपहार दिए है। मनुष्य अनंत चैतन्य शक्तियों के मालिक है जिसे वह किस ओर लगाता है यह उस पर निर्भर करता है। कार्यक्रम में जितेन्द्र मंत्री, सुशीला बजाज, रेखा डोसी, नरेश वैद्य मूथा, डॉ, भल्लूराम खींचड ने भी उद्बोधन दिया। जन्मोत्सव के इस अवसर पर नन्दकिशोर शारदा के बाल्यकाल में चैतन्यता की खोज, ईश्वर दर्शन व दिव्य ज्ञान की प्राप्ति पर जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ एक नाटक का मंचन किया गया। इस अवसर पर मां बसन्ती मनिहार के अध्यात्म आशीर्वचन की रिकार्डिंग दिखाई। कार्यक्रम में समाजसेवी रामकिशोर कासट, राजकुमार कोठारी, माहेश्वरी समाज के काषोध्यक्ष ओमप्रकाश मनिहार, उपमंत्री राधेश्याम डागा, बालोतरा माहेश्वरी समाज अध्यक्ष राधेश्याम राठी, रमन डागा, अम्बालाल, रमेश डागा, बंसत धूत, सुरेश मंत्री, आरती मंत्री आदि उपस्थित थें। मंच संचालन रेखा विजयवर्गीय ने किया व धन्यवाद नवलकिशोर शारदा ने दिया।