जोधपुर। सैन्य इंजीनियर सेवा रक्षा मंत्रालय की कथित रूप से ठेकेदारों के खिलाफ नीतियों के विरोध में आज एमईएस बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से देशभर में विरोध दिवस मनाया गया। इसी कड़ी में जोधपुर शाखा की ओर से भी मुख्य अभियंता मुख्यालय जोधपुर जोन कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर 12 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया।
काउंसिल मेंबर रणजीत मल सिंघवी ने बताया कि एमईएस ठेकेदारों की कई मांगे पिछले लंबे समय से लंबित है, लेकिन उन मांगों का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। इसलिए आज पूरे देशभर में एमईएस ठेकेदारों ने विरोध दिवस मनाया। उन्होंने बताया कि इन मुख्य मांगों में विभाग की ओर से जो परफॉर्मेंस सिक्योरिटी ली जाती है वह काम खत्म होने के बाद 50 प्रतिशत रिफंड की जानी चाहिए लेकिन विभाग परफॉर्मेंस सिक्योरिटी को रिफंड नहीं कर रहा है, वही ई क्लास से लेकर एसएस क्लास तक के ठेकेदारों की जो टेंडर लिमिट है उसको पिछले 15 सालों में नहीं बदला गया है जिससे कई ठेकेदार उच्च श्रेणी में नहीं जा पा रहे हैं, वहीं हाल ही में विभाग की ओर से कंप्रेसिव मेंटेनेंस प्रोग्राम चलाया है वह ई क्लास ठेकेदारों के लिए काफी घातक है और उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। काउंसिल मेंबर राजीव चौधरी ने बताया कि कई ई क्लास ठेकेदार पिछले कई वर्षों से विभाग के साथ जुडक़र काम कर रहे हैं, लेकिन विभाग इन ठेकेदारों को दरकिनार कर बिना किसी मापदंड के नए ठेकेदारों को आधी से भी कम दरों पर काम दिया जा रहा है, जो ना तो गुणवत्ता के साथ कार्य करते हैं ना ही उन्हें किसी प्रकार का अनुभव है, ऐसे में विभाग के अधिकारियों को इस तरह की कार्यप्रणाली पर विराम लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देशभर में एक दिन का विरोध प्रदर्शन किया है और आने वाले समय में मांगों का निस्तारण नहीं किया गया तो टूल डाउन हड़ताल करेंगे और अनिश्चित कालीन हड़ताल का भी निर्णय लिया जा सकता है।