जोधपुर। शहर में दौडऩे वाली बीआरटीएस बसों के पहिए सोमवार को थम गए। बसों के संचालन में आ रही बजट की कमी के कारण ये निर्णय लिया गया। सोमवार को इन बसों के चालकों ने चाबियां सौंप दी।
इन बसों का संचालन करने वाली फर्म का कहना है कि नगर निगम उत्तर के निर्देश पर संचालन बंद किया गया है। लंबे समय से निगम प्रशासन और बीआरटीएस बसों का संचालन करने वाली फर्म के बीच तनातनी चल रही है। निगम प्रशासन का कहना है कि बसों के संचालन करने का फंड नहीं है, इसलिए इसे बंद कर दिया गया है। वहीं अब तक पूरे एक साल से बिना पैसे लिए बसों का संचालन करने वाली फर्म ने अब हाथ खड़े दिए हैं। फर्म ने सोमवार से शहर के दो रूट पर चलने वाली बीस बसों का संचालन बंद किया है। संचालनकर्ता फर्म ने सोमवार को निगम कार्यालय में बसों व चाबियों को सुपुर्द कर दिया। हालांकि 3 जुलाई को राज्य सरकार ने बसों के संचालन से संबंधित बकाया पैसा आवंटित कर दिया था, लेकिन इसके बाद भी इन बसों को बंद किया गया है।
शहर में यह बसें सिर्फ दो रूटों पर चल रही थी। एम्स से आरटीओ ऑफिस तक 10 और चौपासनी से बनाड़ तक 10 बसें चलाई जा रही थी जबकि 19 बसें यूं ही खड़ी थी। बता दे कि कुछ साल पहले जोधपुर बस सर्विस लिमिटेड की ओर से शहर में 39 बसों का संचालन शुरू किया थी। यह टेंडर लक्ष्मी ट्रेवल्स ने लिया। पर बीते एक साल से 39 में से केवल 20 बसें ही दो रूट पर चल रही थी।