जोधपुर। तेरापंथ युवक परिषद की ओर से जाटाबास स्तिथ तेरापंथ भवन में साधवी कुंदनप्रभा के सानिध्य में सम्यक दर्शन कार्यशाला के बैनर व पुस्तक का विमोचन किया गया।
मंत्री अंकित चौधरी ने बताया कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद व श्रमण संस्कृति संकाय द्वारा आयोजित सम्यक दर्शन कार्यशाला में भगवान महावीर स्वामी के 2550वें निर्वाण कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में आचार्य महाप्रज्ञ की पुस्तक पुरषोत्तम महावीर पर आधारित होगी। इस पुस्तक व बैनर का विमोचन दिलखुशराज चौधरी, मितेश जैन, विनोद सुराणा, रूपचंद भंसाली, रमेश सुराणा, दिलीप सुराणा, देवेन्द्र जैन, कमल सुराणा ने किया। साधवी कुंदनप्रभा ने कहा कि भगवान महावीर पुरुषोत्तम थे। उनकी पुरुषोत्तमता उन सबके सामने है जो अहिंसा अभय पराक्रम और ध्यान में आस्था रखते है। भगवान का जीवन दीर्घ तपस्वी का जीवन है। भगवान का अभय अनंत था, पराक्रम अदम्य और सत्य असीम था। इसलिए वे अहिंसक थे। सत्य जिज्ञासु के लिए भगवान का जीवन दर्शन महान समृद्धि पथ है। प्रस्तुत पुस्तक में भगवान महावीर के विभिन्न रूपों की अभिव्यक्ति है। इस कृति में वर्तमान की समस्याओं के संदर्भ में महावीर के चिंतन की प्रासंगिकता बताई गई है।
कोषाध्यक्ष अभिशेक सुराणा ने बताया कि कार्यशाला 31 से 14 अगस्त तक प्रतिदिन सुबह 10.15 से 11 बजे तक तेरापंथ भवन जाटाबास में साधवी श्री के सानिध्य में आयोजित होगी व उसकी परीक्षा आगामी 28 अगस्त को रात्रि 8.15 बजे से ऑनलाइन संबोधि एप के माध्यम से आयोजित होगी।