जोधपुर। राष्ट्रीय अंगदान दिवस के उपलक्ष में वन्दे भारत सेवा संस्थान द्वारा अंगदान जागरूकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें 22 लोगों ने नेत्र, देह व अंगदान की घोषणा की।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में विनोद आचार्य ने सभी आंगतुकों एवं अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने सभी नेत्रदान, देहदान और अंगदान की प्रक्रिया को समझाकर सभी को जागरूक किया। डॉ. राठौड़ ने बताया कि अंगदान ब्रेन डेड की परिस्थिति में परिवारजनों की सहमति से किया जाता है। डॉ. राठौड़ ने कहा कि एक बालिग व्यक्ति अपने लीवर, किडनी, हार्ट एवं आंखें दान कर सकता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. राम गोयल ने सभी आंगतुकों को अपने अनुभव से इस अंगदान की महत्ता को विस्तार से समझाया। वन्दे भारत सेवा संस्थान के संरक्षक उम्मेद राज जैन ने बताया कि कार्यक्रम में 22 महिला व पुरूषों ने अंगदान के फार्म भरे। मीडिया प्रभारी अनिल कोठारी ने बताया कि वन्दे भारत सेवा संस्थान के संरक्षक सुरेश डोसी के मार्गदर्शन में संयोजक विजय अरोड़ा, सचिव नरेन्द्र सिंह राठौड़, कोषाध्यक्ष गौतम कटारिया, उपाध्यक्ष मनोज जैन, खुश सिंघवी, रतन माहेश्वरी, मोहसिन खान आदि ने सारी व्यवस्थाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया। मंच संचालन विनोद आचार्य ने किया।