श्रावण मास के शुभ अवसर पर, शहर के सूरसागर कालू राम जी की बावड़ी स्थित श्री शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा के अंतिम दिन कथा व्यास श्री सुनील महराज ने भगवान शंकर और माता पार्वती की कृपा के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भगवान को थोड़ी सी भक्ति से भी कोटि-कोटि गुना आशीर्वाद मिलता है। कथा में एक बच्चे की भक्ति का उल्लेख हुआ, जिसने भगवान शंकर को दूध और मॉलपुए अर्पण किए, और भगवान ने उसकी आस्था से प्रसन्न होकर वरदान दिया। कथा की पूर्णार्ति 4:00 बजे हुई। सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान शंकर का भस्म श्रृंगार आरती का आयोजन किया जाएगा।