जोधपुर, इंद्रोका: इंद्रोका गांव में हाल ही में बनाए गए बांध की खामियों को उजागर करने के बाद आज जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों ने बांध का निरीक्षण किया। गांव के लोगों द्वारा निर्माण कार्य में आई खामियों की शिकायतें सामने आने के बाद मंत्रालय ने यह कदम उठाया।
निरीक्षण के दौरान, सरपंच प्रतिनिधि महेंद्र सिंह ने अधिकारियों के समक्ष बांध निर्माण में हुई त्रुटियों को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह केवल एक तकनीकी समस्या नहीं है, बल्कि यह इंद्रोका गांव की सुरक्षा और उसके विकास से गहराई से जुड़ा हुआ मुद्दा है।
महेंद्र सिंह जी ने बताया कि गांव वालों ने कई बार विभाग को इस समस्या की सूचना दी थी, लेकिन उनके द्वारा इसे नजरअंदाज किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बांध का निर्माण मानकों के अनुसार नहीं किया गया, जिससे भविष्य में जल सुरक्षा और गांव की समृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों ने बांध की स्थिति का गहनता से अध्ययन किया और ग्रामीणों की चिंताओं को सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे और बांध की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी ताकि भविष्य में किसी प्रकार की आपदा से बचा जा सके।
ग्रामीणों की मांग है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो।