जोधपुर, 23 अगस्त: राष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यावरण सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण संगठन की प्रदेश अध्यक्षा अमीना बानो के नेतृत्व में महिला प्रकोष्ठ जोधपुर संभाग ने जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि जोधपुर में मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।
ज्ञापन में बताया गया कि हाल ही में जोधपुर के खेमा का कुआं इलाके में मात्र 2-3 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। इसके अलावा, प्रतापनगर 1 में भी इसी तरह की घटना ने हैवानियत की सभी हदें पार कर दी हैं। इन घटनाओं से जोधपुर में बहन-बेटियों में भय का माहौल है और समाज में असुरक्षा की भावना फैल गई है।
मांग: फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो सुनवाई, सख्त सजा हो सुनिश्चित
संगठन की प्रदेश अध्यक्षा अमीना बानो ने कहा कि ये अमानवीय कृत्य न केवल हमारी सभ्यता के खिलाफ हैं, बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इन मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाई जाए ताकि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों के लिए समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए और सरकार को ठोस कानून लाकर उन्हें कड़ी सजा देनी चाहिए।
अन्य पदाधिकारी भी रहे मौजूद
इस ज्ञापन के दौरान संगठन के कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें श्री शांति लाल गोड़, श्रीमती शांति चौहान, श्री सुनिल चारण, श्रीमती सुमन माथुर, जिला अध्यक्ष श्री हरी प्रसाद, श्री कायाण सिंह, श्री दिपक कनोजिया, रुबीना खान, जनाब रसूल बक्स, श्री कमलेश तंवर, श्री विरेन्द्र हरकामी, श्री दिलावर खान, श्रीमती डिम्पल आसेरी, हबीबन बानो, कुमारी नितु सिंह, शहर जिला अध्यक्ष श्रीमती गुड्डी खान, श्रीमती कनचन बिड़ला, दक्षिण जिला अध्यक्ष श्रीमती निर्मला शर्मा, श्रीमती मैहरूनिसा, श्रीमती लिला राव, जनाब सर्फुद्दीन सहित कई लोग शामिल थे।
समाज में डर का माहौल
ज्ञापन में इस बात पर भी जोर दिया गया कि इस तरह की घटनाओं से समाज में डर का माहौल बन रहा है और बहन-बेटियों की सुरक्षा खतरे में है। संगठन ने सरकार से अपील की है कि वह ठोस कदम उठाए और ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा दिलवाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।
अमीना बानो ने कहा कि इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए समाज में कड़े संदेश देने की जरूरत है, जिससे कि अपराधियों के मन में कानून का डर पैदा हो और वे इस तरह के जघन्य अपराध करने से पहले कई बार सोचें।