रक्तदान की कमी से मरीजों को हो रही परेशानियों को देखते हुए सरकारी कर्मचारी और सामाजिक संस्थाएं मदद के लिए आगे आ रही हैं। बुधवार को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती एक मरीज, पपुड़ी को रक्त की आवश्यकता थी, लेकिन ब्लड बैंक में रक्त उपलब्ध नहीं था। इस पर बाबा रामदेव समाज सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, करण सिंह राठौड़ ने केंद्रीय कारागार में कार्यरत सिपाही जय सिंह से संपर्क किया। ऑन-ड्यूटी होने के बावजूद जय सिंह ने समय निकालकर अस्पताल पहुंचकर रक्तदान किया और मरीज की जान बचाई।
इसी प्रकार, उम्मेद अस्पताल में भर्ती मंजू को बी नेगेटिव रक्त की आवश्यकता थी। उसके पति ने दो दिनों से ब्लड की व्यवस्था करने का प्रयास किया, पर सफलता नहीं मिली। करण सिंह राठौड़, जो किसी अन्य जरूरतमंद के लिए ब्लड बैंक में थे, ने इस मामले की जानकारी मिलते ही उम्मेद अस्पताल के लैब टेकनिशियन आफताब, जिनका ब्लड ग्रुप भी बी नेगेटिव था, को फोन किया। आफताब अपनी नाइट शिफ्ट खत्म कर घर जा चुके थे, लेकिन आपात स्थिति समझते हुए ब्लड बैंक आए और रक्तदान कर मंजू की जान बचाई।