श्री अवंति पार्श्वनाथ श्वेतांबर जैन मंदिर, खेरादियो का बास में प्रभु पार्श्वनाथ, सुमतिनाथ व गुरूदेव राजेन्द्र सूरी का 18 अभिषेक विधिकारक सागरभाई, डीसा द्वारा विधि-विधान से संपन्न कराया गया। इस अभिषेक में क्रमवार स्वर्ण जल, पंचरत्न, कसाय चूर्ण, मंगलमृत्तिका, सदो औषधि, प्रथम अष्टक वर्ग, द्वितीय अष्टक वर्ग, पंच अमृत, सुगंध औषधि, पुष्प अभिषेक, गंध अभिषेक, वाक्षेप अभिषेक, दूध चंदन, मिश्री केसर, तीर्थ स्नात्र, कपूर स्नात्र, केशर कस्तुरी, गेरोचन से अभिषेक किया गया। आठ अभिषेक के पश्चात पंच परमेष्ठी, गरुड़, मुक्तासूती मुद्रा व पन्द्रह अभिषेक पूर्ण होने पर सूर्य व चंद्र दर्शन की साक्षी में अभिषेक का विधान किया गया। आज के अभिषेक में सैकड़ों धर्मावलंबियों से पूरा मंदिर प्रांगण भर गया।
अभिषेक के दौरान श्री संगीतकार विनीत भाई ने परमात्मा बन जासी मारी आत्मा, प्रभु तेरे चरणों की धूल मिल जाये, आओ पार्श्वनाथ आपरी करा मनुहार, आ धारा तो पुण्य री धारा हैं, प्रभु जी तो हमारा है द्वारा संगीतमय भजनों की प्रस्तुति दी।
अभिषेक के पश्चात अष्ट प्रकार की पूजा का लाभ चंद्र दर्शन पारस पोरवाल, सूर्य दर्शन सुरेश भंडारी, प्रभु आरती महेन्द्र भंडारी, मंगल दीपक श्री राजेन्द्र सूरी महिला मंडल,
गुरुदेव की आरती अशोक भंसाली,शांति कलश रतनचंद बागरेचा, ध्वजा के लाभार्थी शशी रोहित मोहित मोहनोत परिवार ने लिया।
पूजन में पारस पोरवाल, हीराचंद भंडारी, महेन्द्र सुराणा, अशोक भंसाली, गौतम खीवसरा, कमलेश सेठ, महेन्द्र रमेश भंडारी, धर्मेश विपुल सुराणा, कल्पना बागरेचा, वीना-कांता-मंजु-कमला भंडारी, मंजु बोहरा, मंजु-सपना लूँकड़, सुगंधा भंसाली ने अपना सहयोग दिया।