जोधपुर, 27 नवम्बर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली तथा राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार नालसा द्वारा बच्चों एवं मानसिक बीमार व्यक्तियों के लिए जारी नवीन योजनाओं के लिए गठित ‘‘विधिक सेवा इकाई मनो न्याय एवं बच्चों के लिए विशेष विधिक सेवा इकाई’’ के सदस्यों के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आगाज बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर महानगर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर जिला के संयुक्त तत्वावधान में एडीआर भवन जोधपुर महानगर के कांफ्रेंस हॉल में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री चन्द्र शेखर शर्मा, जिला एवं सैशन न्यायाधीश, जोधपुर महानगर तथा श्री विक्रांत गुप्ता, जिला एवं सेशन न्यायाधीश, जोधपुर जिला के मुख्य आतिथ्य में माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण कर किया गया। उक्त कार्यक्रम के प्रारंभ में नालसा थीम सॉग चलाया गया।
जिला एवं सैशन न्यायाधीश, जोधपुर महानगर तथा जिला एवं सेशन न्यायाधीश, जोधपुर जिला ने उक्त योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए गठित की गई इकाईयों के सदस्यों जिनमें सेवानिवृत जिला एवं सेशन न्यायाधीश, डिप्टी लीगल एड डिफेंस काउंसिल, पैनल अधिवक्ता व पीएलवी को उनके कर्तव्यों के बारे में बताया।
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में मथुरादास माथुर अस्पताल के मनोविकार विभाग के चिकित्सक डॉ. सुरेन्द्र कुमार द्वारा मानसिक बीमार व्यक्तियों से संबंधित विभिन्न विधिक प्रावधानों एवं अन्य योजनाओं के बारे में बताया तथा श्री राजेन्द्र सोनी, वरिष्ठ अधिवक्ता, राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर द्वारा बच्चों से संबंधित विभिन्न विधिक प्रावधानों एवं अन्य योजनाओं के बारे में बताया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर महानगर सचिव श्री पुखराज गहलोत, तथा सचिव डॉ. मनीषा चौधरी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जोधपुर जिला के द्वारा उक्त कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों को बाल विवाह मुक्त अभियान के तहत बाल विवाह प्रतिषेध की शपथ भी दिलवाई गई। कार्यक्रम के अंत में सचिव द्वारा प्रशिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।