जोधपुर के भीतरी शहर में स्थित श्री राधा रानी पंतेश्वर गोशाला एक अद्वितीय स्थान है जहाँ न केवल गायों की, बल्कि सभी प्रकार के जानवरों और पक्षियों की सेवा और उपचार की जाती है। इस गोशाला को “गोशाला अस्पताल” भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ पर जानवरों और पक्षियों का इलाज किया जाता है, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति में सुधार हो सके। यह एक ऐसी जगह है जहाँ हर जानवर को प्यार, देखभाल और उपचार मिलता है, ताकि वे स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें।
गोशाला के संस्थापक मोरार जी हैं, जो अपनी पूरी जिंदगी इस सेवा कार्य को समर्पित कर चुके हैं। मोरार जी का उद्देश्य केवल जानवरों की देखभाल करना नहीं है, बल्कि उनके जीवन को बेहतर बनाना भी है। उनका मानना है कि सभी जीवों का सम्मान किया जाना चाहिए, चाहे वे कोई भी हों। उनका समर्पण और संघर्ष इस गोशाला को एक मजबूत आधार प्रदान करता है, जहाँ जानवरों और पक्षियों को हर संभव मदद और देखभाल मिलती है।
गोशाला में जानवरों के लिए हर प्रकार की सुविधा मौजूद है, जैसे कि चिकित्सा उपचार, पौष्टिक आहार, साफ-सफाई और विश्राम के लिए आरामदायक स्थान। यहाँ हर एक जानवर के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाता है और उनकी पूरी देखभाल की जाती है। पक्षियों के लिए भी यहाँ इलाज और देखभाल की समुचित व्यवस्था है, ताकि वे भी सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जी सकें।
इसके अलावा, गोशाला के संस्थापक मोरार जी ने यह सुनिश्चित किया है कि यहाँ आने वाले सभी जानवरों को मानसिक शांति और शारीरिक आराम मिले। वे न केवल रोगी जानवरों का इलाज करते हैं, बल्कि घायल और बेसहारा जानवरों की भी मदद करते हैं। यहाँ पर किसी भी जानवर को अनदेखा नहीं किया जाता, और हर एक को उचित देखभाल प्रदान की जाती है।
यदि आप भी इस नेक कार्य में अपना योगदान देना चाहते हैं, तो आप इस गोशाला का हिस्सा बन सकते हैं। आपकी मदद से हम और बेहतर तरीके से जानवरों की सेवा और उनके उपचार का कार्य कर सकते हैं। मोरार जी की सोच और कार्यशैली सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके प्रयासों ने इस गोशाला को एक आदर्श स्थल बना दिया है जहाँ हर जीव की कद्र की जाती है।
आपका योगदान, हर जानवर के जीवन को एक नई उम्मीद दे सकता है।
हम आपसे निवेदन करते हैं कि इस सेवा कार्य में सहयोग करें और हमारे साथ मिलकर जानवरों और पक्षियों की भलाई के लिए काम करें। आपके छोटे से योगदान से बड़ा बदलाव आ सकता है।