जागरूक युवा ही समर्थ भारत निर्माण में सक्षम: प्रजापत
जोधपुर। भारत के जागरूक व सनातन आध्यत्मिक संस्कृति के प्रति निष्ठावान युवा ही भारत को विश्व में अग्रणी बनाने में सामर्थ्यशील है। इस हेतु स्वामी विवेकानंद को रोल मॉडल बनाकर युवा शक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। ये विचार राजकीय महाविद्यालय चौपासनी प्रथम पुलिया में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उप प्राचार्य एनके प्रजापत ने व्यक्त किए।
विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी शाखा जोधपुर की ओर से आयोजित समर्थ भारत पर्व के अवसर पर प्रजापत ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के स्वप्न को साकार करने के लिए भारत के युवा वैभवशाली अतीत व वर्तमान की संपन्नता को ध्यान में रखते हुए सुनहरे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संगीता कुम्पावत ने आगामी 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस की महत्ता बताते हुए युवा वर्ग को अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने का आह्वान किया। केंद्र के नगर प्रमुख प्रेम रतन सोतवाल ने बताया कि विवेकानन्द कन्याकुमारी द्वारा 25 दिसम्बर से 12 जनवरी तक सम्पूर्ण भारत मे समर्थ भारत पर्व विषयक पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से व्याख्यानमाला के आयोजन के अंतर्गत जोधपुर शहर के विभिन्न कॉलेजो विद्यालयों में भी पीपीटी सेमिनार किया जा रहा है। विवेकानंद केंद्र के संपर्क प्रमुख पंकज व्यास ने बताया कि शहर के शैक्षणिक संस्थान समर्थ भारत पर्व के आयोजनार्थ संपर्क कर सकते है। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रोफेसर गोविंद नारायण पुरोहित, असिस्टेंट प्रोफेसर नीलम टाक, मनीष राठौर सहित कॉलेज के युवा विद्यार्थी उपस्थित थे।