जोधपुर। रावण का चबूतरा मैदान में चल रहे पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव में नेत्रहीन विकास संस्थान द्वारा संचालित आचार्य हस्ती विशेष आवासीय विद्यालय के बधिर दिव्यांग बच्चों द्वारा तैयार आर्ट एंड क्राफ्ट समान की भी दुकान लगाई गई है।दिव्यांग बच्चों के साथ आए उनके विशेष शिक्षक तरुण व्यास ने बताया कि आमजन यहां आकर अलग-अलग वस्तुए खरीद सकते है तथा इससे इन दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहन भी मिलेगा। ये सभी के लिए प्रेरणा की बात है कि मूक बधिर होते हुए भी इन दिव्यांग बच्चों ने अपनी शिक्षा के साथ कला को नही दबने दिया। कमला नेहरू नगर स्थित नेत्रहीन विकास संस्थान राजस्थान के इतिहास के सबसे पुराने विशेष विद्यालयों में से एक है जहां दिव्यांग बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ ही आत्मनिर्भर बनने के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट, डांस, संगीत आदि का प्रशिक्षण भी मिलता है।