67 साल बाद राजस्थान में होने जा रहा आयोजन , किए जा रहे विशेष इंतजाम
पाली जिले के निंबला में होगा जंबूरी का आयोजन , पैंतीस हजार विद्यार्थी जुटेंगे
67 साल बाद राजस्थान में होने जा रहा आयोजन , किए जा रहे विशेष इंतजाम
जोधपुर और पाली के बीच स्थित निंबला ब्राह्माण क्षेत्र में करीब 2000 बीघा जमीन पर एक गांव विकसित किया गया है. इसमें आगामी 4 से 10 जनवरी तक राष्ट्रीय स्काउट्स गाइड जंबूरी का आयोजन होगा. इसमें करीब 35 हजार बच्चे शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
राजस्थान में 67 साल बाद राष्ट्रीय स्काउट्स गाइड जंबूरी का आयोजन किया जा रहा है. प्रदेश के मारवाड़ अंचल में आगामी चार से 10 जनवरी तक चलने वाली इस राष्ट्रीय जंबूरी के लिए खास तौर पर व्यवस्थाएं की गई हैं. साथ ही जोधपुर और पाली के बीच स्थित निंबला ब्राह्माण क्षेत्र में करीब 2000 बीघा जमीन पर इसके लिए करीब 6 माह में एक गांव विकसित किया गया है.
राजस्थान स्काउट्स गाइड के स्टेट कमिश्नर निरंजन आर्य ने बताया कि इस जंबूरी में 35 हजार बच्चे भाग लेंगे जिनमें से 13 हजार बच्चे राजस्थान से होंगे. इसके अलावा विदेश से भी करीब 500 स्काउट्स गाइड शामिल होंगे. कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी. राजस्थान में इससे पहले देश की दूसरी राष्ट्रीय जंबूरी 1956 में जयपुर में आयोजित हुई थी. जंबूरी विलेज में सभी तरह की सुविधाएं विकसित की गई हैं. जंबूरी में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को आयोजन के बाद राष्ट्रपति हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र दिए जाएंगे.
अमृत महोत्सव का सबसे बड़ा आयोजन भारत स्काउट्स गाइड के संयुक्त निदेशक अमर क्षेत्री ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव में देश का सबसे बड़ा आयोजन ये जंबूरी है. इसमें एकता में विभिन्नता और मिनी भारत की झलक देखने को मिलेगी. भारत स्काउट्स गाइड्स ने अपने संगठन से देश में 52 राज्य बना रखे हैं. इनमें भारत के सभी राज्य व संघ शासित प्रदेश शमिल हैं. 35 हजार स्काउट्स गाइड्स अबकी इस जंबूरी में हिस्सा लेने के लिए यहां आएंगे. इसके अलावा नेपाल, बांग्लादेश, केनिया, घाना, सउदी अरब, श्रीलंका सहित 10 देशों से भी स्काउट्स गाइड्स आ रहे हैं.
सबके अपने-अपने स्टेट किचन होंगे
स्काउट्स गाइड्स राजस्थान के राज्य संगठन आयुक्त पूरण सिंह शेखावत ने कहा कि छह माह पहले इस भूमि पर झाड़ियां थीं जिसे साफ कर यहां गांव विकसित किया गया है. खैर, यहां आने वाले सभी लोगों के लिए सेंट्रल किचन के बजाय स्टेट किचन की व्यवस्था की गई है. ताकि सभी अलग-अलग रुचि अनुसार भोजन कर सकें. उन्होंने कहा कि सभी अपनी सामग्री साथ लाएंगे. इसके अलावा सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए मार्केट होगा. हालांकि, राजस्थान की ओर से पेट्रोलिंग किचन उपलब्ध होगी. सभी बच्चे अपने टीचर के मार्गदर्शन में किचन संभालेंगे
एसएमएस स्टेडियम से बड़ा अस्थायी एरिना जंबूरी विलेज में सभी 35 हजार स्काउट्स गाइड को बैठाने के लिए एक अस्थायी एरिना बन रहा है. बलियों व लकड़ी से बन रहे इस एरिना की क्षमता जयपुर के एसएमएस व जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम से अधिक है. एरिना के अतिरिक्त पूरा गांव बसाने में राज्य सरकार के एक दर्जन से अधिक विभाग के अधिकारी दिन-रात लगे हुए हैं. जिसकी मॉनिटरिंग 12 आईएएस अधिकारी कर रहे हैं.
गर्ल्स-बॉयज के लिए अलग-अलग स्थल जंबूरी विलेज को 40 भागों में बांटा गया है. इसमें गाइड व स्काउट्स के रहने की अलग-अलग व्यवस्था है. दोनों के अलग-अलग जोन भी तैयार किए गए हैं. हालांकि, इसके इतर सभी गतिविधियां एक साथ होगी. बावजूद इसके निवास की व्यवस्था पृथक रखी गई है. साथ ही हर टेंट में 9-9 स्काउट्स व गाइड के रहने की व्यवस्था रहेगी. इसके अलावा उनके साथ एक-एक टीचर भी होंगे. यानी एक टेंट में कुल दस लोग ठहरेंगे.
विकसित हो रही सुविधाए
जंबूरी में आने वाले स्काउट्स व गाइड्स के लिए जिप लाइन, वॉच टावर, रॉक क्लाइंबिंग, टायर वॉल बनाई जा रही है. जो उनके शारीरिक दमखम दिखाने में सहयोगी होगी. इसके अलावा यहां पर फूड प्लाजा, मार्केट, अस्थाई हॉस्पिटल, हेलिपैड भी बनाए गए हैं. पूरे जंबूरी विलेज को अलग-अलग भागों में बांट कर सुविधाएं विकसित की गई है.
1600 शौचालय स्काउट्स गाइड्स के स्टेट कमिश्नर व पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने बताया कि इतने बड़े आयोजन में सबसे बड़ी परेशानी बेसिक फैसिलिटी की होती है. इसके लिए हमने शुलभ इंटरनेशनल की मदद ली है, जो यहां शौचालय की व्यवस्था देखेगी. इसके अलावा जो संस्थान कुंभ के मेले में अस्थायी शौचालय लगाते हैं, उनकी भी सेवाएं ली गई हैं. ऐसे में यहां कुल 1600 शौचालय बनाए गए हैं. साथ ही 500 अतिरिक्त की व्यवस्था होगी जिससे किसी को इसके लिए परेशान न होना पड़े.